कबीरधाम जिले में धूमधाम से मनाया गया तुलसी विवाह , घर घर में दिखा उत्साह
कबीरधाम जिले में धूमधाम से मनाया गया तुलसी विवाह , घर घर में दिखा उत्साह
कवर्धा….. हिंदू धर्म में एकादशी तिथि बहुत ही महत्वपूर्ण है. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को प्रबोधिनी एकादशी और देव उठनी एकादशी भी कहा जाता है. आज के दिन भगवान विष्णु चार माह के लंबे समय के बाद योग निद्रा से जागते हैं. इसके साथ ही चातुर्मास का समापन भी हो जाता है. भगवान श्री हरि विष्णु सृष्टि के संचालन का दायित्व फिर से संभाल लेते हैं. आज के दिन से विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे सभी मांगलिक कार्य की शुरुआत हो जाती है.देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करके उनको जगाया जाता है। इस दिन उनकी प्रिय चीजें जैसे सिंघाड़े, गन्ना, शकरकंदी, मूली और केले के फल का भोग लगाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु बहुत ही प्रसन्न मुद्रा में होते हैं। विधिविधान से उनकी पूजा करने और व्रत कथा का पाठ करने से आपको देवउठनी एकादशी के व्रत का दोगुना फल प्राप्त होता है। ग्रामीण अंचलों में यह त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया गया।