चंदूलाल चंद्राकर शासकीय कला और वाणिज्य महाविद्यालय धमधा में 10 दिवसीय Clay Workshop का सफल समापन
चंदूलाल चंद्राकर शासकीय कला और वाणिज्य महाविद्यालय धमधा में 10 दिवसीय Clay Workshop का सफल समापन
दुर्ग : चंदूलाल चंद्राकर शासकीय कला और वाणिज्य महाविदयालय धमधा दवारा आयोजित 10 दिवसीय Clay Workshop का सफल समापन आज दिनांक 23.01.2025 को हुआ। इस दौरान प्रतिभागियों ने अपनी आर्कषक मूर्तियों और कार्यशाला के दौरान प्राप्त कौशल का प्रदर्शन किया। कार्यशाला जिसकी शुरुआत 14.01.2025 को हुई थी। प्रसिद्ध प्रशिक्षक द्रोण निषाद द्वारा संचालित की गई थी। इन्होंने प्रतिभागियों के साथ Clay Workshop के लिए अपनी विशेषता को साझा किया। कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को अपनी रचनात्मक क्षमता को समृद्ध करने और Clay Workshop में अपने कौशल को विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने Clay Workshop की विभिन्न तकनीकों का अध्ययन किया। इनमें हस्तकला और मूर्तिकला शामिल थे। उन्हें विभिन्न प्रकार की मिट्टी के साथ काम करने और विभिन्न बनावट और आकारों के साथ प्रयोग करने का अवसर भी मिला। समापन समारोह में डॉ अंजना पुरोहित सहायक प्राध्यापक मनोविज्ञान ने भाग लिया जिन्होंने प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें अपनी रचनात्मकता का अन्वेषण करने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. उषाकिरण अग्रवाल प्राचार्य धमधा महाविदयालय ने भी सभा को संबोधित किया और छात्रों के बीच रचनात्मकता को बढ़ावा देने में ऐसे कार्यशालाओं के महत्व पर प्रकाश डाला। उनहोंने कहा कि हमें अपने छात्रों को अपनी रचनात्मक क्षमता का अन्वेषण करने के लिए एक मंच प्रदान करने में खुशी हो रही है। कार्यशाला के प्रति प्रतिक्रिया अभूतपूर्व रही है और हम भविष्य में अधिक से अधिक ऐसे आयोजन आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। प्रतिभागियों की रचनाएं कॉलेज के कॉरिडोर में प्रदर्शित की गई जिसमें विभिन्न प्रकार के मिट्टी के मॉडल शामिल थे। छार्गो से प्रतिक्रिया भी संग्रहीत की गई। श्रीमती रश्मि मोहंती और डॉ. रिंकू झमटा कार्यशाला के समन्वयक थे जिन्होंने सफलतापूर्वक इस कार्यशाला का आयोजन किया। इस आयोजन में कॉलेज के सभी कर्मचारी जिनमें सहायक प्राध्यापक डॉ. जी. डी. एस. बाग्गा, डॉ. एस. के. मेश्राम, डॉ. ज्योति केरकेट्टा, डॉ. दिव्या नेमा, श्रीमती उषा कुर्रे, श्री तरुण पदमार और अन्य सभी ने भी अपना योगदान दिया।